धनिके धेर जसो बसोबास हुइठा सहरम

Friday, 25 November 20160 तपाइको प्रतिकिया ब्यक्त गर्नुस

Posted By :- Admin {Hamar Sanesh}

गरिबके जिन्दगि  बढि नास  हुइठा  सहरम
धनिके  धेर  जसो  बसोबास हुइठा  सहरम

कत्रा भारि होटेल  ओ नमजा  धन्दा  चल्ठा
बेस्यावृत्ति उहोर  जुवा  टास  हुइठा सहरम

एहोरिक चलन जस्टक चल निजन्लसे फेर
ह  निर्दोश  ट ओस्टह  लास  हुइठा  सहरम

पैसा निहो कलसे न्याय पैना बहुत मुस्किल
लग्ठा  कानुन आब  बदमास  हुइठा सहरम

चोर ,डाका , गुण्डा ओ दलालके समुदाय हो
सेम्रक रुवा फे जात्से कपास  हुइठा  सहरम

गजल लेखक : बिष्नु कुसुम फेसबुक बाट साभार

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