जरसे निप्टै थारु बिरोधिन देख्टी-देख्टी अाँखिम ढुर झोक्ना नेतान ।
खबरदार काठमाडौमे बैठ्के सोझ थारुन गलट सबित देख्ना नेतान ।।
का हम्रे थारु नेपाली जनता नैहुई सरकारसे अधिकार मगे नैपैना
थरुहट प्रदेशसे बन्चित करैना खबरदार थारुन देखे नैसेक्ना नेतान ।।
थरुहट प्रदेश हुईही परी थारुनके हक अधिकार सुनाश्चित हुई परी
थारु अधिकार पराप्तिके लाग अघे बहरलेसे खबरदार छेक्ना नेतान ।।
पुरुब चहे पच्छिउ सक्कु थारु एक हुई तराई पहर भाइ,भाइ हुई कलेसे
खबरदार किहुहे काखा किहुहे पाखा कैना अो भाषाण ठोक्ना नेतान ।।
थारुहट गजल लेखक
रामचरण कुश्मी {_अजराईल_}