"सिता"
सयपत्रि फुला ढक्कमक फुलाईलि हलई माेर नाै 9 बर्ष क बबुई यंगनाउमा मजासे खेलाई हलिया चिंगनिया क बचवा दुवरियामा बुलई हलई I यतुरेमा मुई थाकान हसे दुबिधा मनमा लेले घर यलहि जब घर पुग्लहि बबुई बाबा यलिया.. बाबा यलिया कहके माेर लग्घना यलिया हसे मुई धाेकरीयासे चक्लेट निस्काके देलहि यतुरा देतेके यनमाने बबुई फेरी यंगनाउमा खेलाय लगलीया I हसे मुई उठके घरवा भित्र पेस्लहि
पेस्तके यानमाने देखलहि बबुईकी दाआे "सिता" के जुन भडिया कुडिया तह लगाेई हलिया ....I यतुरेमा माेर लगघना याके माेरके पुछे लगलिया पानि पियबहि ? तर मुई चुपे चापे हखके काेठैाउमा ढुकलहि उआ यतुरा पुछके फेरी काममा बिजि भेलिया I साँझ भेलई हसे सिता" माेर लग्घना याक बेठलिया झिनिके स्वरमा पुछे लगलिया
सिता: कथि भेलउ.. भात रचदेउ के ?
यतुरेमा मुई माैन बनके झाेलवासे "डिभाेर्स" पेपर हथवमा थमाह देलहि...I
यतुरा देखे्तेके यनमाने दाेसरी काेठवमा जाके कानेे लगलिया तर मुई यहवा निष्ठुरी बनके बईठल रहलहि I आेकर राेर पाेछे फेरी हईनाे जाए सकलहि (गेलहि) जुनमाेर्के नाै9 बर्ष सुख दुखमा साथ देलेे हलिया..I यतुरेमा बबुई याके माेरके पुछे लगलिया
बबुई: बाबा दाआे कतैउ कनई?"
तर वकर उतर माेर लग्घना हते हते फेरी कहे हईनाे सकलहि I
किहाे घन्टाक पाछा "सिता" राेर पाेछते यलिया माेर के चुपेचापे कहे लगलिया
सिता: भात रचेलाै याउ खाए (रुन्चे स्वरमा)
मुई उठेके भन्सवा वरी गेलहि हुनत मुई बहरा खाके याईलि हलहि भेले फेरी दु डुमा भात खा के तुरुन्त काेठवमा यलहि (तर खाई खुनिहा देखेले हलहि टेणवा भरि राेर) यतुरेमा मुई बुबुई के सुतावे लगलहि
"सिता" फेरी एलिया तर उ दिनवा माेरसे बिन फदकले दाेसरी कल्हरवा पजराेधे करके सुतलिया तर ..राति जखनि उठई हलहि मुई भसर भसर कनई की मतुरे पवई हलिहि वकरके यतुरेमा बिहान भेलई मुह कान धाेके डियूटी जाएके टाईम भेलई I
"सिता" सबेदिनक जसने टाई र काेट लेले हथउमा यलईया हसे कहे लगलिया
सिता: ताेर डिभाेर्समा मुई सिग्नेचर कर्देबसु तर एगुठा सर्तमा l
मुई पुछलहि कथि सर्त कहे लगलिया l
सिता: जसने नया दुल्हिमा माेरके दाेआेरीयासे काेराैउमा उठाके लिगलहि वसने करके नाै 9 चाेटी काेठाैउमा लिगावे पर्तउ I
यतुरा सुनके मन्जुर करदेलहि
यतुरेमा मुई अफिस गेलहि I जाईखुनिया पैडउमा "कान्छि" माेरके ईसियाई हलिया जकार लागि मुई सिता के छाेडपतर(डिभाेर्स) देलहि उहे इसियाई हलिया माेरके देख्तके यनमाने माेर हाल खबर पुछलिया हसे कहलिया
कान्छि : सिता के छाेडपतर देलहि न? हसे हमरा कखनि बिबाह कर्बे I
मुई कहे लग्लहि "कान्छि" हमरा हलहालि ब्याह करबहु मुई डिभाेर्स पेपर दे सकले बडसु I (आेकर पाछा हमरा अफिस पुग्लहु) अफिसमा नियूज रिपाेर्ट तयार पारके हलई ..पारे लगलहु खास करके नियूज रिपाेर्ट तयार पारके असजिलाे क कारण से माेर म्यनेजर माेर एसिस्टेन राखदेले हलिया कान्छि के तर कखनि माया बेस्लई थाहे हईनाे भेलई I
यसने दिन भरि रिपाेर्ट तयार पारते दिन जाईके थाहे हईनाे भेलई I
छुटीक समय यलई हमरा कान्छी मुई संगहि बहरा निस्कलहु हसे मुई सरासर घर गेलहि सर्त अनुसार कान्छि केवरियाक पजरावामा ठडियाईलि हलिया बबुई फेरी वहवहि खेलाई हलिया I मुई यघरी अकमका के आेकर (सिता) के काेरवमा उठाेलहि सायद सबदिन घर क काम से यापन ख्याल हैनाे करले केजनु पहिनक तुलनामा हलुक लगई हलिया ..दुबराईलि फेरी हलिया I यते बबुई कहई हलिया बाबा दाआे के काेराैवमा उठाेलाे... उठाेले I मुई हसे काेठउमा लिगाके नाया दुलहि जसने खटउमा सुता देलही I
उआ दिनवा उतुरे भेलई दाेसरी बिहना सबदिन जसने अफिस गेलहि पैडावमा कान्छी माेरक ईसियाई हलिया फेरी पुछे लग्लिया हसे जबाफ सबदिन क जसने उहि यलई I हसे अफिस क काम वराके फेरी मुई घर यलहि वहवा सिता फेरि दुवरियामा ठडियालि हलिया बबुई यंगनवमा खेलाई हलिया मुई फेरी सिता के बाेकलहि बबुई फेरी कहे लगलिया बाबा दाेआेके बाेकले.... उआ दिनवा ईचिका सहज क महसुस भेलई
वसने कर्ते-कर्ते पाचाै दिन पुग्लई शायद सब दिन बाेकते बाेकते माया बढते गलेई केजनु हसे याकाे हलुका भेलक महसुस भेलिया I
छैठाै दिनमा माेर कनहवामा यापन हथवा गहलिया तर मुई किहाे हईनाे कहलहि ...शायद माेर माया वकर पर बढई हलई केजनु I
आठाै दिनमा कान्छि के मुई भुल सकले हलहि I जुन" सिता "हरके दिन माेर स्याह सुसार घरपरिवार धानेवाला.. 9 नाै-नाै बर्ष जिवनमा साथ देवे वालाके मुई धाेका देई हलहि I..उआ जम्मै रियलाईज करलहि I
नाै दिनमा वकर(सिता) क बिना नाहि जिन्दगि चलतई स्थितिमा पुग्सकल हलहि I हसे मुई यापन बहुते माया से बाेकलहि .. कहे लग्लिया "याजु बहुते माया करके उठाेई" यतुरा कहतेक यनमाने मुई मुस्कुराके कहलहि" यतुरे" फेरी माेरक कहे लगलिया
सिता : याजु थाहा बडउ .. याजु माेर स्पेसल दिन I याजु माेर लास्ट दिन हलउ .. माेर मुटुमा क्यान्सर बडउ तुई दुखि हखबहि कहके हईनाे सुनाेई हलसु I एक दिन हस्पिटल जाई खुनिया ताेहरा दुनु जनाका देखेले हलसु तर ताेरके दुख दाेवेके हईनाे मन लगलउ I
यतुरा सुन्तेक यनमाने मुई गणखामा गिरल नहिया भेलहि I काेरउमा बाेकते बाेक्ते रगत वकेलिया यतुरा देखेके माेर छटपटि लगलई तर किहे समयक बादमा सिता सन्सार छाड्के चल गेलिया तर यहवा मुई यहवा पश्चताप मा जले लग लहि I दुई दिनक लागि मुई सुख देवेके फेरि हईनाे सकल्हि I.........
" संग्हाति यपनहु सबह बिबाह करके यनबहु सात सात जुनि साथ देबहु कहके तर यधबिचवमा नाहि धाेका देहु I"
मन छूने लघु कथा चिताेवनिया थारु भाषा मा I
(Heart touching Story )
लेखक: #सूर्य चाैधरी