थारु भाषा क सन्देश मुलक मुक्तक (बाचन) [Rj-admin]“अनित चैाधरी”
हजारैाँ क आगा यापन कला देखाउ के पर्तइ हमार।
कला साङ्हे यापन संस्कृतिक जोगाउ के पर्तइ हमार।।
जोगाउके त सबहु जाना मिलके जाए के पर्तइ हमार।
जाइके वहुवा थारु संस्कृतिक देखाउ के पर्तइ हमार।।
अनित चौधरी
माडी चितवन