यिह जुनिम कुछ कुछ जोर्ना बा हजुर
जैनासे आघ एकचिज छोर्ना बा हजुर
ढ्यार जिगिल मस्ति भरल जिन्दगि त
आब पौलि सहि ठाउँम मोर्ना बा हजुर
पल्ता पल्ता हेर्नु जिन्दगिक कथा कुछ
निहो,अाब एक्थो पन्ना कोर्ना बा हजुर
कुछुबा विटल बाटम कुछ आब अटम
अट्टि अट्टि एक साथ बे,होर्ना बा हजुर
नाधरम रिस नाधरम घमण्ड चारो वर
प्रिरति छर्ति माटिम दम दोर्ना बा हजुर
थारु किङ रमेश
श्री गाउँ २ बागर दाङ नेपाल