पिके नच्टी उहे छैलिन् फे, नचैटी मजा लागठ

Saturday, 8 October 20160 तपाइको प्रतिकिया ब्यक्त गर्नुस

Posted By :- Admin {Hamar Sanesh}


छैको छैको मन्द्रा ओ डफ,बजैटी मजा लागठ।
हाट चट्टी सिध्रक् टिना फे,खैटी मजा लागठ।
"
दशियां आइजाइठ,घर-दुवार लिपपोट कर्टी।
उह हिल्ला,गोबर,माटी, खेलैटी मजा लागठ।
"
सुप्पा संगे ढिक्री उसिन्ना,धकिया पैन धोइटी।
देवदुर्गन सिंगार-पटारसे,सजैटी मजा लागठ।
"
पित्तर अस्राइबेर,करैक डारु,अन्डिक झोरसंगे।
पिके नच्टी उहे छैलिन् फे, नचैटी मजा लागठ।
"
कानेम् जेंउरा,माथेम टिका,एकडोसरमे लगैटी।
ऊ डौना बेबरिक् माला,मग्मगैटी मजा लागठ।
"
अंकर "अन्जान सहयात्री"
पथरैया-4 जबलपुर,कैलाली

Share this article :

Ads2
SHARE THIS POST IN YOUR CHOICE LOCATION
 
Copyright © 2017 - हमार सनेश डटकम.COM - All Rights Reserved.
Design By :- Nabeene Chaudhary | Powered by :- Deepa Mht

| Home | About | Blogs | Contact | RSS*

Admin / Editor :- RN Chau.. Tharu