हेरह सदि यी थरुवाक भुल रहलई
मछडदानी कहले जेत झुल रहलई
ठगेकेफुन त कतेक ठगलसिन हो
झुकेनही आजु अप्रिल फुल रहलई
नेपाली भाषामा
हेर साच्चै यो थारुको भुल रहेछ
मछडदानी भनेको त झुल रहेछ
ढाटन पनि कति ढाटेका हुन हो
झुक्किए आज अप्रिल फुल रहेछ
कल्लु महतो