[[गजल]]
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कत्रा हो कत्रा खेर गैल चित्त बुझैना नाउ म!
माना पाथी कै शेर गैल चित्त बुझैना नाउ म!!
प्रदेशी जिन्दगी अस्त बा संघारी का कर्ना त!
तुहार फोतु हेर हेर गैल चित्त बुझैना नाउ म!!
दिनक दुई रातिक चार गुणा याद गाउँ घर!
सम्झना महा धेर गैल चित्त बुझैना नाउ म!!
दश्या माघ डेवारि तुहिन संग खेलल पुरान!
यादम सपनाइ बेर गैल चित्त बुझैना नाउ म!!
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नमुवा आर के
दाङ्ग घोराही
Admin:अंकर 'अन्जान सहयात्री'