[[गजल]]
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टुँ बाहार मै बाहार हामार देश विकास के करी।
बाहार कमाई जैथै यि बात सरकार थन के धरी।
गरिब के कारण प्रदेश कमाई जैना बाध्या बाती।
हम्र युवा एक जुट नै हुइबि त नेतानसे के लरी।
जनताके भोटसे बन्नै नेता कुछ कर्के देखैम कैके।
नै मिल्थो हक यहाँ,नेतानमे आगी लगाई के परी।
सब कोई अपन अपन हेर्ती बाटै यि देशके नेता।
आधिकारके लग लर्नै जनता यहाँ जित्ती के जरी।
नेतान के कारण से जनता आन्दोलन कर्ति बाटै।
लडाई , झग्रा हुइल यहाँ खुनके लडिया के तरी।
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बिग्रल चुक्कू
#राम_कुमार_डंगौरा_थारु