जोरले हल्सु तोर नाउँमा मोर नाउँ , बाकी मेटादेहि उअ दुनु अक्षर

Monday, 24 October 20160 तपाइको प्रतिकिया ब्यक्त गर्नुस

Posted By :- Admin {Hamar Sanesh}

भुलादेहि यापन आत्मासे तुई,
मोर नाउँ क हरेक अक्षर ।
जोरले हल्सु तोर नाउँमा मोर नाउँ ,
बाकी मेटादेहि उअ दुनु अक्षर ।।

दोष तोरे न मोरो हैइने ,
शंका शंकामा लङ्का जरोलही ।
दुनुजानाक मायामा आगिक फुनगि
कहवासे कस्के जे परोलही ।।

उठओलाही धिधोर ई जिनगीमा ,
जरजार के याजु धुवाँमा उडउलाही ।
पछियक वयार कहसाउ खुभे सुख्खा
परल मायामा तुई पानी फेरोलही ।।

चैत यावके बहुते तनाउ ,
भादोमा सुखेलउ रोपल फुला ।
बसन्त ॠतुक बहार साङे ,
मुरझाईल गेलउ मायाक फुला ।।

चितवनिया थारु भाषाक कबिता लेखक: धन्नराज महताे
Dhanraj Mahato
     Chitwan

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