घोघी खाइ आउ हलि
सैजन कटेज मनेहरा मे,,
सैजन कटेज ठन रोज भर्भट्टी रुक्वाईट सुन्ठुँ ।।
बिना लागल फोनमे बट्वाके झुक्वाईट सुन्ठुँ ।।
सैजन कटेज मनेहरा मे,,
सैजन कटेज ठन रोज भर्भट्टी रुक्वाईट सुन्ठुँ ।।
बिना लागल फोनमे बट्वाके झुक्वाईट सुन्ठुँ ।।
आपन हो कि औरेनके साधन घुर्कैठो जाने ।
गाउँक भठ्ठिम संगीनहे बदला चुक्वाईट सुन्ठुँ ।।
गाउँक भठ्ठिम संगीनहे बदला चुक्वाईट सुन्ठुँ ।।
एक तर्फी मैयाँ बाझल हो कि उढ्याल बैसहो ।
उषा गोरी ब्रान्डहे देख्के जिउ कुक्वाईल सुन्ठुँ।।
उषा गोरी ब्रान्डहे देख्के जिउ कुक्वाईल सुन्ठुँ।।
ना कामेम ध्यान ना भुँख ,पियास नाहो निंन्द ।
प्रेम हो कि रोग ठग्वा गुर्वासे फुक्वाईल सुन्ठुँ ।।
(सैजन कटेज मनेहरा)
प्रेम हो कि रोग ठग्वा गुर्वासे फुक्वाईल सुन्ठुँ ।।
(सैजन कटेज मनेहरा)