थारु कला संस्कृति बचाके रख्ना बा हम्रान।
पुरान हुईलासे फे सजाके रख्ना बा हम्रान।।
हमार पुर्खन्क बनाएल चालचलन हना आघा।
बर्हैति पुर्खनके नाउ चलाके रख्ना बा हम्रान।।
नाच गान कैख गाउँ घर चैनार पर्ना हमार थारु।
संसकृति हना आघा बर्हाके रख्ना बा हम्रान।।
बिश्वक सामुन्ने चिन्हैना बा हमार थारुन आघा ।
बर्हेक लग् जोस जाङ्गर लगाके रख्ना बा हम्रान।।
नविन देशाउरी थारु
बैजनाथ ४ नौलापुर
सहर कोहलपुर (बाँके)