गजल
हजारौं दर्द मे सब कुछ मिलल् दिल बेकार हुईल
एक तुँह रहो सहारा मोर दुनियाँ से तकरार हुईल
तोहाँर मैया मे खतोल्पात लेनु अन्न जल छोरके
बेकसुर रहुँ मै फिरभि मोर मैयाके गिरफ्तार हुईल
ज्यान के बलिदानि सँगे यी दिलके कुर्बानि करनु
प्रेमके दुस्मनसे लडाई अाज यहाँ बारबार हुईल
जालझेल के हड्कडि से थुनामे जकरलो प्यारि
बाँधल हाँथ खोलुँ कैसिक माँग भरना हतार हुईल
प्यार मे खडेरी परल मरुभूमि के मैदान जैसिन
मैया के बीस अमृत बनल अाज चमत्कार हुईल
बन्धन अनुराग KTM
थारू मोड्लिङ रितु चोैधरी