छाणके मोरके यस्करे प्रदेश जब्से तुई गेले
रातक दिन तोरे यादमा बित्सउ ,खा दु:ख देले ।।
जब्से तुई गेले रातीक निन दिनक चैन भुलेलउ मोर
सखिया ननदोसभ टोन्सउ हैने माया कैलहि सजना तोर ।।
कस्के रहु कस्के करू कस्के पठाउ सनेस तोर्के.....
ठरन् ठेकान् तोर किहो फेरि हैने देले तुई मोर्के ।।
सिहन् एक देखके ,सिहाई बणसु फदकके तोरसे...
यतेक भेलई किहोन् किहो संम्झले यचला भिजलहि मोर रोरसे ।।
छाणके मोरके यस्करे प्रदेश जब्से तुई गेले........
रात दिन तोरे यादमा बित्सउ ,खा दुःख देले ।।।
Rajkumar chaudhary